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INTRODUCTION
The term ‘Midbrain Activation’ refers to the activation of the midbrain, which is the part of our brain that connects the left and right hemispheres, known as the interbrain or midbrain. While the left brain is commonly used for logical thinking and academic pursuits, the right brain is associated with creativity and intuition.
If the midbrain is activated in children through a combination of meditation and scientific techniques, various cognitive abilities such as memory, concentration, visualization, imagination, creativity, and reading speed can be enhanced. This activation involves engaging children in activities like brain gym exercises, dance, puzzles, games, singing, yoga, and meditation, promoting the balanced use of both sides of the brain.
Read More...The process involves conducting workshops for about two days, with daily practice sessions lasting around six hours. After approximately two months of practice, children typically experience increased sensory perception, and full activation is achieved within three to four months. Daily home practice for 10 to 15 minutes is recommended to maintain the benefits throughout life.
The benefits of midbrain activation include improved concentration, heightened sensory perception (such as touching or smelling an object with closed eyes), increased reading speed, enhanced self-confidence, creativity development, anger management, improved memory, analytical skills, decision-making abilities, and more.
Overall, midbrain activation is considered a boon for children, transforming their lifestyle positively. The technique is modern and has no known side effects. It is credited with rapidly improving the IQ of children, increasing grasping power, and fostering a range of cognitive and emotional skills. The information about this technique is essential for parents seeking ways to support their child’s development.
हमारे मस्तिष्क के दो भाग होते है, लेफ्ट ब्रेन और राईट ब्रेन । और इन दोनों भागो को जोड़ने वाले हिस्से को कहा जाता है इन्टर ब्रेन या मिड ब्रेन। अधिकतर हम सभी लेफ्ट ब्रेन का उपयोग करते है जबकि राईट ब्रेन बहुत कम उपयोग में आ पाता है। बहुमुखी प्रतिभा का धनी व्यक्ति भी जिंदगी में अपने मस्तिष्क का छोटा सा अंश ही उपयोग करता है, वह भी सिर्फ लेफ्ट ब्रेन का – जोकि तार्किक क्षमता वाला है। सृजन शक्ति से सम्पन्न राईट ब्रेन का उपयोग न के बराबर हो पाता है।
तो मस्तिष्क के दोनों भागो के बीच का सेतु यानि मिड ब्रेन यदि एक्टिव हो जाये तो बच्चा ऑलराउंडर बन जाता है, उसके आई. क्यू. दोनों एक साथ बढ़ते है। लेफ्ट ब्रेन स्कूली पढ़ाई, लॉजिकल सोच और याद करने के लिए काफी आवश्यक है। लेकिन राईट ब्रेन आविष्कारक सूझबूझ और सृजनात्मकता के लिए अनिवार्य है।
ध्यान और विज्ञान के संयोग से से बच्चो के मिडब्रेन को एक्टिव किया जाता है] ब्रेन एक्टिव होने से मैमोरी] कंसेंट्रेशन] विजुलाईजेशन] इमेजिनेशन] क्रिएटिविटी और जल्दी पढ़ने की कला जाग्रत हो जाती है जिससे सभी इन्द्रियाँ एक साथ ऑब्जेक्ट को महसूस कर मस्तिष्क को सूचना देने लगती है।
Read More...यह पूरी प्रक्रिया वैज्ञानिक प्रणाली पर आधारित है। बच्चो को शांत और विश्रामपूर्ण स्थिति में ले जाकर उन्हें अलग अलग स्टेप जैसे – ब्रेन जिम, डांस, पजल्स, गेम्स, सिंगिंग, योग व् ध्यान क्रियाएं सिखाई जाती है। शरीर के बाएं व् दाएं दोनों तरफ के अंगो से बराबरी से उपयोग करने की प्रैक्टिस करवाई जाती है।
यह वैसे तो 2 दिन की वर्कशॉप में हो जाता है। पहले और दूसरे दिन 6-6 घंटो का अभ्यास कराया जाता है। करीब 2 महीने के अभ्यास में बच्चो की इन्द्रियाँ संवेदनशील होने लगती है और लगभग 3 से 4 महीने में पूरी तरह से एक्टिवेशन हो जाता है। बच्चो को घर पर भी कुछ अभ्यास करने होते है। और फिर 10 से 15 मिनट रोज प्रयोग करते रहने से जिंदगी भर इसका लाभ लिया जा सकता है।
इसके एक्टिवेशन से बच्चो में एकाग्रता की जबरदस्त बढ़ोतरी होती है। जिससे बच्चे आँखे बन्द करके किसी भी वस्तु को छूकर या सूंघकर उसके बारे में सटीक बता देते है] जैसे कि उसे खुली आँखों से देख रहे हो। इस कोर्स को करने के बाद बच्चो की जीवनशैली ही बदल जाती है। यह कोर्स आधुनिक पध्दति पर आधारित है इसका किसी भी तरह का कोई साइड इफैक्ट नही है। इस कोर्स के कई अन्य लाभ है आई- क्यू- काफी तेजी से बढ़ना] ग्रहण शक्ति में वृद्धि] आत्म विश्वास बढ़ना] क्रिएटिविटी का विकास] गुस्से पर नियंत्रण] स्मरण शक्ति का विकास] विश्लेषण क्षमता तथा निर्णय लेने की क्षमता का विकास एवम और भी बहुत कुछ। यह तकनीक आज बच्चो के लिए एक वरदान बन चुकी है इसकी जानकारी जरूर प्राप्त करें।